यह योजना महिलाओं को 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करती है ताकि वे अपना व्यवसाय शुरू कर सकें और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।
योजना का लाभ वही महिलाएं ले सकती हैं जिनकी वार्षिक आय 3 लाख रुपये से कम है और जो स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) से जुड़ी हैं।
लोन प्राप्त करने के लिए महिलाओं को किसी स्वयं सहायता समूह से जुड़ना अनिवार्य है।
महिलाओं को एक ठोस व्यवसाय योजना (Business Plan) बनानी होगी जिसमें व्यवसाय की लागत और अन्य आवश्यक जानकारी शामिल हो।
आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी हैं: स्वयं सहायता समूह में जुड़ाव का प्रमाण, आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड की कॉपी और जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)।
महिलाएं अपने दस्तावेजों के साथ किसी भी बैंक या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त फाइनेंस कंपनी से संपर्क कर सकती हैं और लोन के लिए आवेदन कर सकती हैं।
अब तक देश में 1 करोड़ से भी ज्यादा महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है।
सरकार की इस योजना का लाभ तभी लें जब आपको वास्तव में इसकी आवश्यकता हो और आप इस पैसे का सही उपयोग अपने व्यवसाय में कर सकते हैं।
इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को बिना ब्याज के ऋण प्रदान कर उनके व्यवसाय को बढ़ावा देना है।